उसका सच
जीना इसी का नाम है!
सच हम नहीं, सच तुम नहीं, सच है महज संघर्ष ही!
सोमवार, नवंबर 16, 2009
याद
याद!
यह
अजब
विडंबना है।
आख़िर
याद
क्यो
आती
है?
1 टिप्पणी:
Udan Tashtari
16 नवंबर 2009 को 9:25 am बजे
यही पता लग जाये तो रोक न लगा दें. :)
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यही पता लग जाये तो रोक न लगा दें. :)
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