बेगानों की शादी में अब्दुल्ला दीवाना बने या बेगाना….कन्फ्युशन है! क्योंकि, बीते दिनों बिहार के मुखिया नीतीश कुमार दिल्ली में राष्ट्रीय विकास परिषद् की बैठक में जो बोले उसने भी कन्फ्यूश कर दिया. दरअसल, सुशासन बाबू ने यह कहा कि केंद्र सरकार आर.टी.ई., बीज व खाद्य सुरक्षा विधयेक, पात्रता विधेयक जैसे जो भी कानून बना रही है वह राज्यों के क्षमता को देखे बगैर बना रही है. जो कि संघीय ढांचे के खिलाफ है. बात तो सही है नीतीश जी ने जो कहा वह लाख टके की बात है. पर कन्फ्युशन इसलिए है कि नीतीश कुमार वैसे कानूनों का विरोध करने के बजाये उन्हें सूबे में फटाफट लागू करते जा रहे हैं. जबकि यह सत्य है कि बिहार अभी भी पिछड़ा राज्य है..जिसके लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग भी वे ही कर रहे हैं..और कानून पर कानून भी लागू कर रहे हैं. लिहाजा, पिस रही है आम जनता.
सो, मै इस सोच में पड़ गया हूँ कि सुशासन बाबू अब्दुल्ला दीवाना हैं या बेगाना!
- सौरभ के.स्वतंत्र
दीपावली के पावन पर्व पर आपको मित्रों, परिजनों सहित हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंway4host
RajputsParinay
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