आजकल ब्लॉग पर हो रही हैं
मीडिया की चर्चाएं
कोई खींच रहा है कोई तान रहा है
कोई रगड़ रहा है कोई घसीट रहा है
कोई लताड़ रहा है कोई दुत्कार रहा है
वहीं आदमी चेहरा बदल
चैनलों को आंखे फाड़ देख भी रहा है
जनाब ये ब्लाग है
इसकी तासीर खींचने
और तानने में हीं स्वाद देती है
शायद यहीं वजह है
ब्लॉग पर अक्सरहां मीडिया की हीं चर्चाएं होती हैं।
- सौरभ के.स्वतंत्र
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