सच हम नहीं, सच तुम नहीं, सच है महज संघर्ष ही!

गुरुवार, मई 20, 2010

धुपवा में चिल्ड मुर्गा


तीन-चार दिन से इ कार्टून दिमाग में घिरनी कि तरह नाच रहा था।
बर्दाश्त के बहार हुआ तो उड़ेल दिया ब्लोगवा पर...आखिर पवनवा
के कार्टून के ज़माना मुरीद बा। साभार बा: हिंदुस्तान अख़बार से।

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